“कम Cibil Score वालों के लिए RBI का बड़ा ऐलान – लोन मिलेगा आसान”

सिबिल स्कोर

RBI ने बदले नियम, अब आसानी से मिलेगा लोन

अगर आपका Cibil Score कम है , और बार-बार बैंक या फाइनेंस कंपनियों से लोन रिजेक्ट हो रहा है, तो अब घबराने की जरूरत नहीं है। RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) ने 2025 में लोन अप्रूवल से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव किया है, जिससे कम Civil Score वाले लोग भी अब आसानी से लोन के लिए पात्र बन सकेंगे। यह फैसला खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनका पिछला क्रेडिट इतिहास अच्छा नहीं रहा, लेकिन वर्तमान में वे आर्थिक रूप से बेहतर स्थिति में हैं। आइए जानते हैं RBI के नए नियम क्या हैं और आपको कैसे फायदा मिलेगा।

इस लेख में हम जानेंगे

  • Civil Score क्या होता है और ये क्यों जरूरी है?
  • RBI ने कौन से नियम बदले?
  • अब किन शर्तों पर मिलेगा लोन?
  • किन बैंकों और NBFCs ने बदलाव लागू किया?
  • कम स्कोर वालों को क्या दस्तावेज देने होंगे?

CIBIL स्कोर क्या होता है?

अगर आप नहीं जानते कि सिविल स्कोर क्या होता है तो आप सभी को यह बता दें कि CIBIL स्कोर एक क्रेडिट स्कोर होता है जो आपकी लोन चुकाने की क्षमता और व्यवहार को दर्शाता है।

यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है।

आमतौर पर, 750 या उससे अधिक स्कोर को “अच्छा” माना जाता है, लेकिन जिनका स्कोर 600 से कम होता है, उन्हें लोन मिलने में दिक्कत होती है।

🔴 300-600: खराब स्कोर (High Risk)

🟡 600-749: एवरेज स्कोर (Medium Risk)

🟢 750-900: अच्छा स्कोर (Low Risk)

सिबिल स्कोर क्यों जरूरी है?

सार्वजनिक बैंकों ( STATE BANK OF INDIA ) में लोन अप्रूवल के लिए सिबिल स्कोर को मुख्य मान्यता दी जाती है

बैंकों के अनुसार 750+ स्कोर को अच्छा माना जाता हैं।

अगर आपका सिविल स्कोर 800 से ऊपर है तो आपको कम ब्याज दर और लंबी भुगतान अवधि की सुविधा मिल सकती है।

अगर आपका सिबिल स्कोर 700 से कम है तो लोन मिलने की संभावना कम हो जाती है , या बैंक आपसे ज्यादा दस्तावेज मांगती हैं।

📈 CIBIL स्कोर क्या होता है? जानिए 7 आसान और असरदार तरीके सुधारने के!

अगर आपका स्कोर कम है, तो इन तरीकों से उसे सुधारा जा सकता है:

1. ✅ समय पर EMI और क्रेडिट कार्ड बिल चुकाएं।

2. 💳 क्रेडिट कार्ड का उपयोग लिमिट के 30% से कम रखें।

3. 🛑 अनावश्यक रूप से बार-बार लोन के लिए अप्लाई न करें।

4. 📞 पुराने लोन अकाउंट्स को बंद करने से पहले सोचें।

5. 🧾 CIBIL रिपोर्ट में गलती हो तो तुरंत सुधार करवाएं।

 

RBI ने कौन से नियम बदले ?

अब तक आपके लोन या क्रेडिट कार्ड की जानकारी बैंक और फाइनेंस कंपनियां , क्रेडिट ब्यूरो को एक ही बार भेजती थी। जिससे आपके सिबिल स्कोर अपडेट होने में लगभग 40 से 45 दिन लग जाता थे।

लेकिन RBI के नए नियमों के तहत अब बैंकों और NBFCs को हर 15 दिन में डाटा अपडेट करना जरूरी होगा । यानी अगर आपने कोई EMI समय पर चुकाई है। तो उसका असर आपको जल्दी क्रेडिट स्कोर में दिखेगा । इससे आपको जल्द बेहतर स्कोर मिलेगा और लोन लेना आसान हो जाएगा।

पहले अगर आपने कोई लोन लिया है तो उसकी EMI बाउंस हो जाती थी तो आपका सिबिल स्कोर तुरंत गिर जाता था लेकिन अब आपको 30 दिन का टाइम मिलेगा

० RBI ने क्या बदलाव किया?

RBI के नए दिशानिर्देशों के अनुसार:

बैंक और फाइनेंस कंपनियाँ अब केवल सिबिल स्कोर के आधार पर लोन रिजेक्ट नहीं कर सकेंगी।

अब बैंक ब्याज दरें और पात्रता तय करते समय अन्य फैक्टर भी देखेंगे, जैसे –

आपकी वर्तमान आमदनी (income)

नौकरी की स्थिति

पिछले 6 महीनों की बैंक स्टेटमेंट

गारंटर या को-एप्लिकेंट की स्थिति

Low credit score वालों को भी माइक्रो-लोन और पर्सनल लोन मिल सकेंगे, हालांकि कुछ अतिरिक्त दस्तावेज़ या शर्तें लग सकती हैं।

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📢 क्या आप इस विषय पर और जानकारी चाहते है

RBI has announced new guidelines where banks and financial companies will consider factors beyond just the credit score when approving loans for individuals with low credit scores.

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